डायबिटीज को जानिए और बचने का उपाय कीजिये

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मधुमेह एक सामान्य बीमारी है । यह तब होती है जब अग्न्याशय इन्सुलिन बनाने के सक्षम नहीं होता या जब हमारा शरीर इन्सुलिन उत्पादनों का सही उपयोग नहीं कर पाता ।

इन्सुलिन एक हार्मोन है जो अग्न्याशय बनाता है यह हमारे खाने में से ग्लूकोज अलग कर खून में मिला देता है जिसकी वजह से हमारे शरीर को उर्जा मिल पाती है ।

जिन खाद्यपदार्थो में कार्बोहायड्रेट होता है वह हमारे शरीर में जाने के बाद ग्लूकोज में बदल जाता है द्य इन्सुलिन इस ग्लूकोज को हमारे ब्लड सेल में पहुचाने का काम करते हैं ।

जब हमारे शरीर में इन्सुलिन की मात्रा कम हो जाती हैए तब हमारे ब्लड सेल में ग्लूकोज की मात्रा ज़रुरत से अधिक बढ़ जाती है ।जब अधिक समय तक हमारे शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ी रहती है तब हमारे शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं ।

मधुमेह के दो प्रकार होते हैं ।

टाइप १ मधुमेह

हम इसे शुरूआती मधुमेह भी कहते है । ज़्यादातर यह बीमारी ऑटो प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया की वजह से होती हैए जहाँ हमारे शरीर के रक्षा तंत्र उन सेल पर अक्रमण करते हैं जो इन्सुलिन का काम करते है ।

जिन लोगों को टाइप १ मधुमेह होता है उन लोगों के शरीर में इन्सुलिन की मात्रा न के बराबर होती है । इस बीमारी की कोई भी उम्र नहीं होती है ।

पर ज़्यादातर यह छोटे बच्चे या युवा वयस्कों को होती है । इससे पीड़ित लोगों को डॉक्टर की सलाह के अनुसार शरीर में ग्लूकोस की मात्रा को नियमित रखना पड़ता है ।

टाइप २ मधुमेह

इसे हम गैर इन्सुलिन मधुमेह भी कहते है । 90% लोगों को यही टाइप होती है । यह बीमारी तब होती है जब हमारे शरीर में इन्सुलिन की मात्रा में थोड़ी ही कमी आती है  जो दवाइयां लेने से कंट्रोल हो जाती है ।

यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है । टाइप 2 मधुमेह को पहचानना आसान नही होताण् कई लोगों को पता भी नहीं होता कि वह टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित हैं ।

यह ब्लड टेस्ट के बाद ही पता लगाया जा सकता है ।एक मुख्य कारण या तो अधिक वजन या मोटापा भी हो सकता है । टाइप 2 से पीड़ित लोग रेगुलर योग करने से इसके साइड इफेक्ट्स को रोक सकते हैं ।जब इन्सुलिन की मात्रा कम हो जाती है तो दवाइयों की भी ज़रूरत होती है ।

डायबिटीज के लक्षण

१अधिक प्यास
२ तीव्र भूख
३ भार बढ़ना
४ वजन कम होना
५ थकान होना
६ चिड़चिड़ापन
७ धुंधली दृष्टी
८ घाव ठीक न होना
९ अधिक त्वचा और ध् या खमीर संक्रमण

डायबिटीज के दौरान सफेद चीनीए शहदए गुड़ए केकए जैलीए मुरब्बाए ठंडी मलाईए पेस्ट्रीए डिब्बाबंद रसए चॉकलेटए क्रीम और कुकीज़ जिनमें शुगर की मात्रा अधिक हो को नजरअंदाज करना चाहिए।

डायबिटीज के दौरान मौसमी फल खाना अच्छी बात है लेकिन बहुत से फल ऐसे है जिन्हें डायबिटीज के मरीजों को नहीं खाना चाहिए। जैसे. अंगुरए आमए स्ट्राबेरीए इत्यादि।

तले और भूने पदार्थों के बजाय आप उन्हें सेकें या फिर उबाल कर सेवन करें अन्यथा इनसे आपकी शुगर बढ़ सकती है।

यदि आप चाहते हैं कि आपकी डायबिटीज नियंत्रण में रहें तो आपको ऐसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए जिनमें सोडियम की अधिक मात्रा हो।
इसके लिए आप चीजों को खरीदते समय उसके लेवल पर लिखी सोडियम की मात्रा जरूर पढ़ें। नमकीनए सोया सॉस जैसी चीजों में सोडियम की मात्रा बहुत अधिक होती है। बहुत से खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जिनमे फाइबर नहीं होती।

ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आप पास्ताए सफेद ब्रेडए मैदा का आटाए पिज्जां जैसी चीजों के सेवन से बचें।

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