सिल्वर स्क्रीन का सुपर सितारा कमल हासन अब राजनीतिक क्षितिज पर भी
राजेश राज
दक्षिण भारतीय फिल्मों का सुपर सितारा कमल हासन राजनीतिक आसमान पर चमकने को तैयार हैं। अपने फिल्मी प्रतिद्वंदी रजनीकांत को फिर से मात देते हुए उन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर दिया।
उन्होंने अपनी पार्टी को नाम दिया है- मक्कल नीधि मय्यम। हिंदी में इसका मतलब होता है- जन न्याय केंद्र, और अपनी पार्टी का नारा है- नलाई नमाधे, यानी कल हमारा है।
21 फरवरी को तामिलनाडू के सांस्कृतिक केंद्र के शहर मदुरै में अपनी पार्टी की घोषणा करने से पहले कमल हासन पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के गृहग्राम रामेश्वरम गए और वहां उनके परिजनों से मुलाकात की।
इस मौके पर कमल हासन का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस मुलाकात को कमल हासन ने इन शब्दों में बयां किया है- ‘महानता साधारण शुरूआत से भी आ सकती है।
दरअसल, यह सिर्फ सादगी से आएगी। मैं अपनी यात्रा की शुरूआत एक ऐसे महान इनसान के साधारण परिवार से कर गौरान्वित महसूस कर रहा हूं।‘
कहना नहीं होगा कि दक्षिण के इस सुपर स्टार के राजनीतिक स्ट्रोक की गूंज हर कहीं सुनाई दे रही है। शुरूआत भले ही तामिलनाडू में हुई हो, लेकिन इसकी धमक देश के दक्षिणतम छोर से लेकर उत्तर भारत के सत्ता केंद्र दिल्ली तक में महसूस की जा सकती है।
कमल हासन ने अपनी पार्टी के झंडे का भी अनावरण किया। गोल आकार में एक दूसरे गूंथे हुए छह हाथ और उसके मध्य में स्टार का चिन्ह। कमल हासन के अऩुसार, पार्टी का लोगो एक मजबूत संदेश देता है।
पार्टी सिंबल के 6 हाथ सभी 6 दक्षिण भारतीय राज्यों को प्रदर्शित करता है। इसका एक दूसरे से गुंथा होना इसकी एकजुटता का प्रतीक है और इसके बीच में बना स्टार आम जनता को प्रदर्शित करता है।
कमल हासन ने कहा कि लोग मुझसे पूछते हैं, मय्यम का मतलब क्या हुआ? आप लेफ्ट की तरफ हैं, या राईट की ओर? इसलिए मैने मय्यम नाम रखा, जिसका मतलब होता है ना लेफ्ट, ना राइट। केवल बीच का यानी केंद्र।
कमल हासन की राजनीतिक जीवन की शुरुआत भी कुछ इसी तरफ इशारा करती है। मदुरै में पार्टी लॉचिंग के मौके पर उनके मंच को दिल्ली की आप पार्टी ने साझा किया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ आप पार्टी के तामिलनाडू प्रभारी सोमनाथ भारती मौजूद थे। हासन ने ना तो भाजपा का साथ लिया, ना कांग्रेस का। तामिलनाडू में उन्होंने पॉलिटकल स्टैंड भी साफ कर दिया है।
पार्टी शुरू करने से पहले कमल हासन तामिलनाडू की राजनीति के कई बड़े नेताओं से मुलाकात की। इसमें डीएके के एम करुणानिधि और एमके स्टालिन के नाम भी शामिल हैं। लेकिन उन्होंने जानबूझकर अन्नाद्रमुक के किसी नेता से मुलाकात नहीं की। मतलब साफ है, हासन तामिलनाडू में अन्नाद्रमुक का विरोध कर सत्ता में आने का मन बना रहे हैं।
मदुरै में पार्टी नाम की घोषणा समारोह में अरविंद केजरीवाल ने कहा- अगर आप राज्य में भ्रष्टाचार चाहते हैं तो डीएमके या एआईएडीएमके को वोट दीजिए, लेकिन अगर ईमादार, साफ छवि और सड़क, पानी, बिजली देने वाली सरकार चाहते हैं तो कमल हासन को वोट दीजिए।
कमल हासन ने भी एक सवाल के जवाब में अपनी आइडियोलॉजी स्पष्ट की है। उन्होंने कहा- लोग मेरी आइडियोलॉजी के बारे में पूछ रहे हैं। आइडियोलॉजी यही है कि सभी को बेहतर शिक्षा मिले। धर्म और जाति के नाम पर हो रहे खिलवाड़ बंद हो और क्रप्शन पूरी तरह से खत्म हो।
जानिए, क्यों हैं कमल हासन ‘सुपर स्टार’
कमल हासन का जन्म 7 नवंबर 1954 को मद्रास के परमकुडी में हुआ था। केवल 6 साल के थे जब उन्होंने फिल्म दुनिया में अपना कदम रखा। 1960 में आई कलातुर कल्लमा में उन्होंने बाल कलाकार की भूमिका निभाई। पहली ही फिल्म ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का राष्ट्रपति पुरस्कार दिला दिया। इसके बाद कमल हासन कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखे।
1975 में आई फिल्म अपूर्वा रंगनागल ने उन्हें मुख्य अभिनेता के रुप में पहचान दिलाई। 1977 में आई फिल्म 16 भयानिथानिले ने उन्हें सुपर स्टार बना दिया। तीन साल बाद ही कमल हासन हिंदी सिनेमा के भी सुपर स्टार बन चुके थे। 1981 में आई हिंदी फिल्म ‘एक दुजे के लिए’ ने हिंदी सिने दर्शकों का भी दिल जीत लिया था। फिर 1985 में आई सागर, जिसके गंभीर अभिनय ने हिंदी फिल्म में अमिट छाप छोड़ी, और 1985 में आई एक्शन मुवी ‘गिरफ्तार’ जिसमें वो सबसे लोकप्रिय हिंदी अभिनेता अमिताभ के साथ काम करते नजर आए। यह फिल्म भी काफी सफल रही।
कमल हासन भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे ज्यादा पुरस्कार पाने वाले अभिनेता माने जाते हैं। उनके नाम सर्वाधिक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ बाल अभिनेता पुरस्कार पाने का रिकॉर्ड दर्ज हैं। उन्होंने सर्वाधिक पांच भाषाओं में बनी फिल्मों के लिए फेल्मफेयर पुरस्कार हासिल करने का गौरव पाया है, जो अपने आप में एक रिकार्ड हैं।
1990 में उन्हें बेहतरीन अभिनय योगदान के लिए भारत सरकार ने पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया था। बाद में उन्हें पद्म भूषण सम्मान भी दिया गया। अपूर्वा रागानगाल के लिए उन्हें पहली बार साउथ फिल्म फेयर अवार्ड से सम्मानति किया गया था।
उनके नाम कुल 15 साथ फिल्म फेयर अवार्ड है, जो अपने आप में एक रिकार्ड है। उनके नाम एक रिकॉर्ड भी हैं। सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म के लिए भारत सरकार जिन फिल्मों को अकादमी पुरस्कार प्रतियोगिता के माध्यम से चुनती है, उनमें सर्वाधिक बार कमल हासन अभिनीत फिल्मों का चयन हुआ है। 2000 में पुरस्कार पाने के बाद उन्होंने खुद गुजारिश की थी कि अब उन्हें पुरस्कार से मुक्त रखा जाए।
कमल हासन 200 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं। 2016 में फ्रांस सरकार ने अभिनय के लिए उन्हें अपने देश का सर्वोच्च कला सम्मान शेवलियर फ्रेंच अवार्ड दिया था।
कमल हासन पहले ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने एक फिल्म में 10 भूमिकाएं की हों। उन्होने ये काम दशावतारम में किया। अपने फिल्मी करियर में स्टंट सीन करने के लिए कमल हासन अब तक 30 हडिड्यां तुड़वा चुके हैं।
जानिए, करोड़ों दिलों की धड़कन क्यों हैं एकदम तन्हा
करोड़ों दिलों पर राज करने वाले सुपर स्टार कमल हासन निजी जिंदगी में बिल्कुल अकेले हैं। ऐसा नहीं कि फिल्म दुनिया की हसीनाएं उन पर मरी नहीं, या उनका दिल किसी पर नहीं आया, लेकिन किस्मत कह लीजिए, या फिर ग्लैमर की दुनिया में जीने वाले सितारों का कोई अभिशाप, कमल हासन आज अपनी जिंदगी में बिल्कुल अकेले हैं।
करियर की शुरुआत में कमल हासन ने दक्षिण भारतीय फिल्मों की जानी मानी अभिनेत्री श्रीविद्या के साथ तामिल और मलयालय की कई फिल्में की। उन दोनों के बीच के प्रेम संबंध कई सालों तक सुर्खियां बनी।
यहां तक कि 2008 में उनके उसी प्रेम संबंध पर एक मलयालम फिल्म भी बनी- तिरक्कथा, जिसमें कमल हासन के किरदार को अनूप मेनन और श्रीविद्या के किरदार को प्रियमणि ने निभाया।
24 साल की उम्र में कमल हसन ने अपने से बड़ी उम्र की डांसर वाणी गणपति से शादी की। दोनों की शादी की खूब चर्चा में रही। वाणी ने कमल हासन की फिल्मों के लिए कास्टूयम डिजाइन का काम संभाला। दोनों की शादी 10 सालों तक ही चली, और सारिका के साथ प्रेम संबंध में पड़े होने की खबर के बीच वाणी गणपति ने उन्हें छोड़ दिया।
1988 में कमल हासन ने अभिनेत्री सारिका से शादी कर ली। यह शादी काफी लंबी चली। सारिका से दो बेटियां भी हुई- श्रुति हासन और अक्षरा हासन। दोनों बेटियां अभिनेत्री बनीं। लेकिन कमल हासन की जिंदगी से सारिका भी अलग हो गई। 2002 में साथ छोड़ने के बाद सारिका ने 2004 में कमल हासन से तलाक ले लिया।
सारिक से अलग होने के बाद कमल हासन ने शादी नहीं की। हालांकि, अभिनेत्री गौतमी के साथ वो करीब एक दशक तक लिव-इन-रिलेशनशिप में रहे। लेकिन यह रिश्ता भी उम्रभर नहीं चल सका। 2016 में गौतमी भी कमल हासन से अलग हो गई।
विवादों के सुपर स्टार भी हैं कमल हासन, क्यों?
सुपर स्टार कमल हासन अपनी बेबाकी के कारण विवादों के भी सुपर स्टार बन चुके हैं। एक नजर हाल ही में दिए उनके विवादित बयानों पर-
1. हिंदू आतंकवाद पर दिए उनके बयान ने काफी बवाल मचाया था। एक पत्रिका में लिखा था कि कोई नहीं कह सकता कि हिंदू आतंकवाद का वजूद नहीं है। पहले कट्टरपंथी हिंदू अन्य धर्म समूहों के साथ अपनी बात मनवाने के लिए बौद्धिक बहस का सहारा लिया करते थे।
हिंसा नहीं करते थे। लेकिन जब उनकी चालाकी नाकाम होने लगी है तो उन्होंने हिंसा का रास्ता अपनाना शुरू कर दिया। देशभर में काफी बवाल मचा। वाराणसी में केस दर्ज हुए। हिंदी संगठन के नेताओं ने कहा कि ऐसे व्यक्ति को गोली मार देनी चाहिए।
2. बहुचर्चित फिल्म विश्वरुपम को लेकर भी काफी हंगामा मचा। मुस्लिम संगठनों ने इस फिल्म खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. उन्होंने दावा किया था कि कमल हासन की इस फिल्म में मुस्लिमों के भावनाओं को आहत कर सकती है। फिल्म से 7 विवादित दृश्यों को हटाये जाने के बाद यह रिलीज हुई थी।
3. तमिल फिल्म ‘मेरसल’ के GST वाले सीन पर हुए विवाद पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था- आलोचकों को चुप नहीं कराना चाहिए क्योंकि यह देश तभी चमकेगा जब लोगों को बोलने की स्वतंत्रता मिलेगी। इसके बाद वे एकबार फिर लोगों के निशाने पर आ गये थे।
4. कमल हासन ने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले पर भी बयान देकर तहलका मचा दिया था। पहले तो उन्होंने नोटबंदी पर प्रधानमंत्री को सपोर्ट किया, फिर पलट गए।
इतना ही नहीं, नोटबंदी पर पीएम को सपोर्ट करने के लिए माफी तक मांग ली। उन्होंने अपने माफीनामे में यहां तक लिख दिया था कि अगर पीएम इस गलती के लिए माफी मांगने के लिए तैयार हैं तो मैं उन्हें एक और बार सलाम करने के लिए तैयार हूं।
5. जलीकट्टू पर बैन मामले में कमल हासन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ चले गये थे। उन्होंने जलीकट्टू का समर्थन करते हुए कहा था कि यह तमिल परंपरा का मामला है। अगर ऐनीमल एक्टीविस्ट जलीकट्टू से इतने परेशान हैं तो उन्हें बिरयानी को भी बैन कर देना चाहिए।
6. कमल हासन धार्मिक ग्रंथ महाभारत पर टिप्पणी करने पर भी विवादों में आ गये थे। उन्होंने कहा था – देश में अब भी ऐसा धार्मिक ग्रंथ पढा जाता हे जिसमें एक महिला को दांव पर लगा दिया गया था।
उनके इस बयान के बाद उनकी खूब आलोचना हुई थी। उनके इस बयान के बाद तमिलनाडु की एक अदालत में उनके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने की शिकायत दर्ज हुई थी।
7. पिछले दिनों कमल हासन बिग बॉस के तमिल वर्जन को होस्ट करने को लेकर विवादों में आ गये थे। लोगों ने इस शो को खूब विरोध किया था और हासन पर तमिल संस्कृति को दूषित करने का आरोप भी लगाया गया था।